
गर्मी की छुट्टियां (Summer Vacation) का इंतजार कर रहे बच्चों और अभिभावकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। शिक्षा विभाग (Education Department) की ओर से आधिकारिक घोषणा कर दी गई है कि आगामी गर्मियों में स्कूलों में 45 दिन की छुट्टियां रहेंगी। भीषण गर्मी के मद्देनज़र यह फैसला लिया गया है ताकि बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित न हो। यह छुट्टी का निर्णय सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के स्कूलों पर लागू होगा।
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शिक्षा विभाग का बड़ा निर्णय: बच्चों की सुरक्षा को दी प्राथमिकता
राज्य में पड़ रही भीषण गर्मी और लू के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए शिक्षा विभाग ने 45 दिन की ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा की है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। मौसम विभाग (IMD) की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाले हफ्तों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है। ऐसे में कक्षाओं का संचालन करना बच्चों के स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरा हो सकता है।
कब से कब तक रहेंगे स्कूल बंद?
इस बार गर्मी की छुट्टियां मई महीने के तीसरे सप्ताह से शुरू होकर जुलाई के पहले सप्ताह तक रहेंगी। यानी कुल मिलाकर 45 दिन तक स्कूल बंद रहेंगे। हालांकि स्कूलों की बंदी की तारीखें राज्य के अनुसार अलग-अलग हो सकती हैं, लेकिन औसतन सभी राज्यों में यह अवकाश 15 मई से 30 जून या 5 जुलाई तक रहेगा।
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कौन-कौन से स्कूलों पर लागू होगा निर्णय?
यह आदेश सरकारी स्कूलों (Government Schools) के साथ-साथ निजी स्कूलों (Private Schools) पर भी लागू किया गया है। साथ ही यह निर्णय सभी कक्षाओं पर समान रूप से लागू होगा — चाहे वह प्राथमिक (Primary), माध्यमिक (Secondary) या उच्च माध्यमिक (Senior Secondary) कक्षाएं हों।
गर्मी में बच्चों के स्वास्थ्य की चिंता
विशेषज्ञों का कहना है कि भीषण गर्मी में बच्चों के शरीर में डिहाइड्रेशन (Dehydration), थकावट, हीट स्ट्रोक (Heat Stroke) और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं देखने को मिलती हैं। ऐसे में बच्चों को लंबे समय तक धूप में स्कूल भेजना उनके स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है। यही वजह है कि शिक्षा विभाग ने समय रहते यह निर्णय लिया है।
पढ़ाई पर नहीं पड़ेगा असर, ऑनलाइन मोड रहेगा विकल्प
छुट्टियों के बावजूद बच्चों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए, इसके लिए कई स्कूलों ने ऑनलाइन कक्षाओं (Online Classes) और असाइंमेंट सिस्टम की व्यवस्था की है। इसके जरिए छात्र घर बैठे अध्ययन कर सकेंगे। साथ ही, आगामी परीक्षाओं की तैयारियों को भी रफ्तार दी जा सकेगी।
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शिक्षक वर्ग के लिए विशेष निर्देश
शिक्षकों को भी इस अवकाश अवधि के दौरान कुछ विशेष जिम्मेदारियों को पूरा करने का निर्देश दिया गया है। कुछ स्कूलों में शिक्षकों को ऑनलाइन मॉड्यूल तैयार करने और मूल्यांकन कार्यों में संलग्न रहने को कहा गया है। हालांकि उन्हें भी इस दौरान स्कूल नहीं आना पड़ेगा।
अभिभावकों को भी मिली राहत
इस लंबे अवकाश से अभिभावकों को भी राहत मिली है, खासकर उन लोगों को जो बच्चों को रोजाना स्कूल भेजने की चिंता में रहते हैं। साथ ही यह समय बच्चों और अभिभावकों को एक-दूसरे के साथ समय बिताने का भी अवसर देगा, जो सामान्य दिनों में संभव नहीं हो पाता।
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क्या आगे भी रहेगा यह चलन?
पिछले कुछ वर्षों में जलवायु परिवर्तन (Climate Change) के चलते गर्मियों की तीव्रता में इजाफा हुआ है। ऐसे में शिक्षा विभाग हर साल गर्मी की छुट्टियों की अवधि पर पुनर्विचार करता है। अगर यही रुझान बना रहा तो भविष्य में यह चलन स्थायी हो सकता है।
अन्य राज्यों की स्थिति क्या है?
देश के लगभग सभी राज्यों में इसी तरह की स्थिति देखी जा रही है। उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, झारखंड और दिल्ली जैसे राज्यों में 40 डिग्री से ऊपर तापमान रिकॉर्ड किया गया है। ऐसे में इन सभी राज्यों ने गर्मी की छुट्टियों की घोषणा कर दी है।