
स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (SAIL) ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में बेहतरीन नतीजे पेश किए हैं। कंपनी का समेकित शुद्ध लाभ ₹1,251 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में ₹1,125 करोड़ था, यानी 11% की सालाना वृद्धि। तिमाही-दर-तिमाही आधार पर देखें तो Q3FY25 में ₹254 करोड़ के मुकाबले Q4FY25 में मुनाफा लगभग 393% बढ़ा है, जो कि 5 गुना से भी अधिक है।
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राजस्व और परिचालन प्रदर्शन
Q4FY25 में SAIL का कुल राजस्व ₹29,316 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही में ₹27,959 करोड़ था, यानी 5% की वृद्धि। तिमाही-दर-तिमाही आधार पर राजस्व में 20% की वृद्धि दर्ज की गई है। कंपनी का EBITDA ₹3,484 करोड़ रहा, जो Q3FY25 की तुलना में 72% अधिक है। EBITDA मार्जिन 12% तक पहुंच गया, जो पिछली तिमाही में 8.3% था।
वार्षिक प्रदर्शन: FY25 में गिरावट
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में SAIL का समेकित शुद्ध लाभ ₹2,371.82 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष ₹3,066.67 करोड़ था, यानी 22.7% की गिरावट। वर्ष भर का कुल राजस्व ₹1,02,479.06 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष ₹1,05,378.33 करोड़ था, यानी 3% की कमी।
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शेयर बाजार में प्रतिक्रिया
SAIL के Q4FY25 नतीजों के बाद कंपनी के शेयरों में 3% की वृद्धि देखी गई, और शेयर की कीमत ₹132 तक पहुंच गई। पिछले एक महीने में SAIL के शेयरों में 12% की वृद्धि हुई है, जबकि Nifty 50 में केवल 2% की वृद्धि हुई है।
विश्लेषकों की राय
Motilal Oswal Financial Services ने SAIL के Q4FY25 नतीजों को “इन-लाइन” बताया है और ₹128 का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया है। SMC Global Securities की वरिष्ठ अनुसंधान विश्लेषक सीमा श्रीवास्तव ने कहा कि SAIL ने Q4FY25 में मजबूत प्रदर्शन किया है, और EBITDA मार्जिन में सुधार कंपनी की लागत प्रबंधन रणनीति को दर्शाता है।
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भविष्य की रणनीति
SAIL के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अमरेंदु प्रकाश ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय टैरिफ और आयात दबावों के बावजूद, हमारा प्रदर्शन हमारी जटिलताओं को नेविगेट करने की क्षमता को दर्शाता है। सरकार की सहायक नीतियां घरेलू स्टील मांग के लिए अनुकूल हैं, और हम नवाचार, लागत अनुकूलन और राष्ट्रीय स्टील नीति के अनुरूप भविष्य के विस्तार पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।”