
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा आयोजित UP PET 2025 (उत्तर प्रदेश प्रारंभिक अर्हता परीक्षा) के लिए आवेदन प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। इस परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा। हालांकि हर साल हजारों उम्मीदवारों के फॉर्म फोटो या सिग्नेचर में गड़बड़ी के चलते रिजेक्ट कर दिए जाते हैं। यदि आप चाहते हैं कि आपका आवेदन सफलतापूर्वक स्वीकार हो, तो आपको कुछ अहम बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इस लेख में हम आपको बताएंगे उन 5 सामान्य गलतियों के बारे में जो आवेदन रिजेक्ट होने का कारण बनती हैं।
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आवेदन के दौरान फोटो और सिग्नेचर की गड़बड़ियों से बचना जरूरी
UP PET 2025 आवेदन के लिए उम्मीदवारों को हाल की पासपोर्ट साइज फोटो और स्पष्ट हस्ताक्षर अपलोड करने होते हैं। आयोग द्वारा निर्धारित फॉर्मेट, साइज और पृष्ठभूमि की अनदेखी करने से आवेदन सीधे तौर पर अस्वीकृत हो सकता है। कई बार अभ्यर्थी पुराने फोटो या धुंधले सिग्नेचर अपलोड कर देते हैं, जिससे आवेदन रिजेक्शन की स्थिति में आ जाता है।
गलती 1: पुराने या धुंधले फोटो का इस्तेमाल
सबसे आम गलती होती है पुराने फोटो का प्रयोग करना। आयोग ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि फोटो हाल ही का होना चाहिए, यानी आवेदन की तिथि से 3 महीने के भीतर का। यदि फोटो धुंधला या धूप-छांव में खींचा गया है, तो वह स्कैनिंग के दौरान स्पष्ट नहीं आएगा और फॉर्म रिजेक्ट हो सकता है।
गलती 2: हस्ताक्षर में स्पष्टता का अभाव
सिग्नेचर का आकार और स्पष्टता भी बेहद अहम है। कई अभ्यर्थी बहुत छोटा या बहुत बड़ा हस्ताक्षर अपलोड कर देते हैं, या फिर ऐसा सिग्नेचर जिसमें स्याही फैली हो या शब्द समझ में न आएं। आयोग द्वारा निर्धारित चौड़ाई और ऊंचाई के अनुसार ही सिग्नेचर होना चाहिए।
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गलती 3: फाइल फॉर्मेट और साइज में गड़बड़ी
आवेदन में फोटो और सिग्नेचर के लिए आयोग JPEG या JPG फॉर्मेट में फाइल मांगता है। साथ ही फाइल का साइज 20kb से 50kb के बीच होना चाहिए। यदि आपने PNG, PDF या किसी अन्य फॉर्मेट में फाइल अपलोड की तो आवेदन रिजेक्ट किया जा सकता है।
गलती 4: फोटो में नाम और तारीख का न होना
कई बार अभ्यर्थी फोटो अपलोड तो कर देते हैं लेकिन उसमें नाम और खिंचवाने की तारीख का उल्लेख नहीं होता। आयोग द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि फोटो के नीचे आवेदक का नाम और फोटो खिंचवाने की तारीख प्रिंट होनी चाहिए।
गलती 5: सफेद पृष्ठभूमि के बजाय रंगीन या अन्य पृष्ठभूमि का उपयोग
फोटो की पृष्ठभूमि सफेद होनी चाहिए। अगर कोई नीली, हरी या अन्य रंग की पृष्ठभूमि वाला फोटो अपलोड करता है, तो आवेदन की स्कैनिंग प्रक्रिया में अड़चन आ सकती है। इससे आवेदन रिजेक्ट होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
आवेदन से पहले जान लें आयोग की गाइडलाइन
UPSSSC द्वारा आवेदन से पहले एक विस्तृत गाइडलाइन जारी की जाती है जिसमें फोटो और सिग्नेचर से संबंधित सभी तकनीकी निर्देश दिए जाते हैं। इन निर्देशों को ध्यान से पढ़ना और उसी के अनुसार फोटो-सिग्नेचर तैयार करना जरूरी है।
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आवेदन रिजेक्शन से बचने के उपाय
यदि आप UP PET 2025 के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो आवेदन सबमिट करने से पहले एक बार प्रिव्यू जरूर देखें। जांचें कि फोटो और सिग्नेचर सही पिक्सल, फॉर्मेट और साइज में हैं या नहीं। अगर कोई गलती लगती है तो फॉर्म सबमिट करने से पहले उसे सही करें।
सावधानी से भरें आवेदन, तभी सफल होंगे चयन की राह में
UP PET 2025 परीक्षा में भाग लेने के लिए आवेदन की प्रक्रिया जितनी आसान है, उतनी ही संवेदनशील भी है। एक छोटी सी तकनीकी गलती आपके सपनों को बड़ा झटका दे सकती है। इसलिए यह जरूरी है कि आवेदन करते समय पूरी सावधानी बरती जाए। खासतौर से फोटो और सिग्नेचर को लेकर कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए। सही फॉर्मेट, साइज और समय सीमा के अनुसार दस्तावेज़ अपलोड करें, ताकि आपका फॉर्म न केवल स्वीकार हो बल्कि परीक्षा में बैठने का मौका भी मिल सके।