UP के इस शहर में नालों से अतिक्रमण नहीं हटा तो होगी कार्रवाई – प्रशासन ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम

वाराणसी में नगर निगम ने 58 नालों पर अतिक्रमण हटाने का 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी कर दिया है। यदि तय समय में अवैध निर्माण नहीं हटाए गए, तो भारी भरकम कार्रवाई होगी और खर्च भी कब्जेदारों से वसूला जाएगा। प्रशासन ने इलाके चिन्हित कर दिए हैं – जानिए आपका इलाका लिस्ट में है या नहीं

Published On:
UP के इस शहर में नालों से अतिक्रमण नहीं हटा तो होगी कार्रवाई – प्रशासन ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम
UP के इस शहर में नालों से अतिक्रमण नहीं हटा तो होगी कार्रवाई – प्रशासन ने दिया 24 घंटे का अल्टीमेटम

वाराणसी नगर निगम ने शहर के 58 नालों पर हुए अवैध अतिक्रमण को हटाने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम जारी किया है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो 30 मई से सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस कार्रवाई में अतिक्रमण हटाने का खर्च भी संबंधित कब्जेदारों से वसूला जाएगा।

यह भी देखें: Suzlon Energy के शेयरों में चार दिन की तेजी के बाद ब्रेक! Q4 रिजल्ट से पहले दिखी गिरावट

अतिक्रमण के कारण जल निकासी व्यवस्था बाधित

नगर निगम द्वारा किए गए हालिया सर्वे में सामने आया है कि शहर के 58 नालों पर अवैध कब्जा और अतिक्रमण हुआ है। इससे न केवल जल निकासी व्यवस्था प्रभावित हो रही है, बल्कि मानसून से पहले सफाई कार्य भी ठप हो गया है। दशाश्वमेध जोन में सिगरा, शिवपुरवा और लोको छित्तूपुर क्षेत्रों में पक्की दुकानों और पाथरों से नाले बंद किए गए हैं, जबकि चेतगंज में सब्जी मंडी और चौराहों के किनारे नालों को अतिक्रमण से ढंक दिया गया है। वरुणापार जोन के गणेशपुर, लोढ़ान और नदेसर वार्ड में निजी निर्माण और गुमटी आदि ने नालों को ढंक दिया है।

छह सदस्यीय टीमें गठित, जोनवार कार्रवाई की तैयारी

नगर निगम ने अतिक्रमण हटाने के लिए छह सदस्यीय टीमें गठित की हैं, जो जोनवार कार्रवाई सुनिश्चित करेंगी। इन टीमों को निर्देश दिया गया है कि वे प्रत्येक जोन में जाकर कब्जों की पहचान करें और मशीनरी की सहायता से अवैध ढांचों को हटाएं। प्रशासन ने जनता से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि नालों पर किसी भी प्रकार का निर्माण गैरकानूनी है, और इससे सार्वजनिक स्वास्थ्य व सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।

यह भी देखें: खाटू श्याम जा रहे हैं तो इन धर्मशालाओं में ₹100 में मिलेगा बेड, ₹2000 में जानिए रहने-खाने की पूरी व्यवस्था

अतिक्रमण हटाने का खर्च कब्जेदारों से वसूला जाएगा

नगर निगम ने स्पष्ट किया है कि अतिक्रमण हटाने की लागत संबंधित कब्जेदारों से वसूली जाएगी, ताकि भविष्य में अवैध निर्माण करने वालों को सबक मिल सके। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि यदि अतिक्रमण नहीं हटाया गया, तो संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

मानसून से पहले अतिक्रमण हटाना आवश्यक

प्रशासन का कहना है कि मानसून के दौरान जलभराव की समस्या को रोकने के लिए नालों से अतिक्रमण हटाना आवश्यक है। यदि नालों की सफाई समय पर नहीं की गई, तो शहर में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होगा।

यह भी देखें: Jagannath Rath Yatra 2025: रथ यात्रा की तारीख, मुहूर्त और धार्मिक महत्व जानिए एक जगह

जनता से सहयोग की अपील

नगर निगम ने जनता से अपील की है कि वे नालों पर किए गए अतिक्रमण को स्वयं हटाएं और प्रशासन के साथ सहयोग करें। प्रशासन ने कहा है कि यदि अतिक्रमण स्वयं हटाया गया, तो कार्रवाई की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

Follow Us On

Leave a Comment