
चिया सीड्स (Chia Seeds) के सेवन को अक्सर स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन यह सभी के लिए सुरक्षित नहीं है। हेल्दी डाइट का हिस्सा समझकर लोग इसे अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेते हैं, मगर हर चीज हर शरीर के लिए अनुकूल नहीं होती। चिया सीड्स को सुपरफूड के रूप में प्रचारित किया गया है, परंतु कुछ खास परिस्थितियों और बीमारियों से जूझ रहे लोगों को इसका सेवन करने से पहले गंभीरता से विचार करना चाहिए।
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एलर्जी से ग्रसित लोगों के लिए

जिन लोगों को तिल या सरसों जैसे बीजों से एलर्जी होती है, वे चिया सीड्स के प्रति भी संवेदनशील हो सकते हैं। इसके सेवन से स्किन रैश, सांस लेने में दिक्कत और यहां तक कि एनाफिलेक्सिस जैसी जानलेवा स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है। यह एक ऐसा खतरा है जिसे नजरअंदाज करना स्वास्थ्य के लिए घातक हो सकता है।
गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं
इस समय शरीर की ज़रूरतें अलग होती हैं और किसी भी प्रकार का नया खाद्य पदार्थ हॉर्मोनल संतुलन या शिशु के विकास को प्रभावित कर सकता है। इस पर वैज्ञानिक शोध अभी सीमित हैं, इसलिए जोखिम लेने से बेहतर है सतर्क रहना।
उच्च रक्तचाप या मधुमेह की दवाएं ले रहे लोग

यह बीज रक्त शर्करा और रक्तचाप को प्राकृतिक रूप से कम कर सकता है, जिससे दवाओं के साथ मिलकर प्रभाव बहुत ज्यादा हो सकता है। यह स्थिति अचानक कमजोरी, चक्कर और अन्य जटिलताओं का कारण बन सकती है।
चिया सीड्स में मौजूद अधिक फाइबर से पाचन समस्या
यदि व्यक्ति पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीता या पहले से गैस, ब्लोटिंग या कब्ज जैसी समस्याओं से पीड़ित है, तो चिया सीड्स का अधिक सेवन इन लक्षणों को और बढ़ा सकता है। यह एक कारण है कि चिया सीड्स को भिगोकर और सीमित मात्रा में खाना ही बेहतर होता है।
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गुर्दे की पथरी या किडनी से जुड़ी समस्या वाले लोग

इसमें ऑक्सालेट्स की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में कैल्शियम के साथ मिलकर स्टोन बना सकते हैं। इस खतरे को देखते हुए ऐसे लोगों को अपने आहार में यह बीज शामिल करने से पहले चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लेना चाहिए।
सूखा खाने पर गले में फंसने का खतरा
ये बीज पानी में डालने पर 10 से 27 गुना तक फूल जाते हैं, और अगर इन्हें बिना भिगोए खा लिया जाए, तो निगलने में कठिनाई और दम घुटने जैसी स्थिति पैदा हो सकती है। खासकर बच्चों और बुजुर्गों को यह सावधानी अत्यंत आवश्यक है।
कैसे करें सुरक्षित सेवन
प्रतिदिन 1 से 2 चम्मच यानी लगभग 20-25 ग्राम चिया सीड्स लेना ही पर्याप्त है। इसे हमेशा पानी, दूध या दही में भिगोकर ही खाएं और साथ में भरपूर पानी पिएं, जिससे फाइबर ठीक से पच सके और शरीर को इसका पूरा लाभ मिल सके। किसी भी दवा के साथ इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।
अपने आहार में विविध रूपों में शामिल कर सकते हैं
लेकिन ध्यान रखें कि कोई भी चीज़, चाहे वह कितनी ही लाभकारी क्यों न हो, यदि वह आपके शरीर के अनुकूल नहीं है तो वह नुकसान भी पहुंचा सकती है। हेल्थी दिखने वाली चीज़ों के पीछे आंख मूंदकर न भागें, बल्कि अपनी स्थिति के अनुसार बुद्धिमानी से फैसले लें।
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