
Gold Rate Today की बात करें तो 9 मई 2025 को भारत में सोने की कीमतों में अप्रत्याशित गिरावट दर्ज की गई, जिसने निवेशकों को चौंका दिया। भारत-पाकिस्तान के बीच जारी सैन्य तनाव के चलते जहां लोगों को उम्मीद थी कि सोने की कीमतें आसमान छुएंगी, वहीं वास्तविकता इसके ठीक उलट सामने आई। वैश्विक स्तर पर मजबूत डॉलर और अमेरिका-यूके व्यापार समझौते ने सोने की कीमतों को नीचे धकेल दिया है।
यह भी देखें: Parking New Rules 2025: घर के बाहर खड़ी की गाड़ी तो देने होंगे पार्किंग के पैसे, नियम लागू
अंतरराष्ट्रीय और घरेलू कारणों से बदला ट्रेंड
अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम के बीच हुए व्यापार समझौते ने बाजार में स्थिरता का संकेत दिया, जिससे सोने की सुरक्षित निवेश के रूप में मांग में भारी गिरावट आई। इसके साथ ही डॉलर इंडेक्स में आई मजबूती ने भी सोने के दामों पर दबाव बनाया। हालांकि भारत-पाक युद्ध की अटकलों से सामान्यत: सोने की मांग बढ़ती है, लेकिन इस बार निवेशकों ने मुनाफा वसूली को तरजीह दी, जिससे बाजार में तेजी के बजाय गिरावट देखने को मिली।
देश के प्रमुख शहरों में गोल्ड रेट की स्थिति
दिल्ली में आज 24 कैरेट गोल्ड का भाव ₹99,783 प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट गोल्ड का ₹91,483 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया। मुंबई में 24 कैरेट सोना ₹99,546 और 22 कैरेट ₹91,185 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। कोलकाता और चेन्नई जैसे शहरों में भी गोल्ड रेट क्रमशः ₹98,350 और ₹98,400 प्रति 10 ग्राम रहा। यह सभी आंकड़े दर्शाते हैं कि पिछले सप्ताह की तुलना में कीमतों में ₹500 से ₹700 प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है।
यह भी देखें: भारत सरकार ने पाकिस्तान को लेकर जारी की चेतावनी, कर सकता है बड़ा साइबर अटैक
निवेशकों की सोच और बाजार में असमंजस की स्थिति
इस गिरावट ने छोटे निवेशकों से लेकर ज्वैलरी कारोबारियों तक सभी को उलझन में डाल दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार इस समय बाजार में “करेक्शन” चल रहा है और यह स्थिति अस्थायी हो सकती है। दीर्घकालिक निवेशक अभी भी सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प मानते हैं और आने वाले दिनों में वैश्विक अनिश्चितता या युद्ध की स्थिति बढ़ने पर यह फिर से ऊंचाई छू सकता है।
निवेश की रणनीति बदलने की जरूरत
ऐसे में निवेशकों को सलाह दी जाती है कि वे जल्दबाज़ी में कोई निर्णय न लें। बाजार की दिशा समझने और विशेषज्ञों से सलाह लेने के बाद ही कोई बड़ा निवेश करें। SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के माध्यम से सोने में निवेश करना एक बेहतर रणनीति हो सकती है, जिससे जोखिम का स्तर कम होता है और औसत लागत नियंत्रण में रहती है।
यह भी देखें: PM Kisan 20th Kist: किस्त से पहले आया बड़ा बदलाव, तुरंत देखें ये खबर