
अगर आप ₹10,000 की SIP (Systematic Investment Plan) से ₹48 लाख तक का फंड बनाना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको सही फंड का चुनाव करना होगा और अनुशासित ढंग से लंबे समय तक निवेश जारी रखना होगा। SIP एक ऐसा निवेश विकल्प है जो छोटी-छोटी रकम को बड़ी पूंजी में तब्दील करने में सक्षम है, बशर्ते निवेशक धैर्य और अनुशासन बनाए रखें।
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पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड का शानदार प्रदर्शन
पिछले वर्षों में पराग पारिख फ्लेक्सी कैप फंड (Parag Parikh Flexi Cap Fund) जैसे म्यूचुअल फंड ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं। उदाहरण के तौर पर, यदि किसी निवेशक ने 24 मई 2013 से इस फंड में ₹10,000 प्रति माह की SIP शुरू की होती, तो 2025 तक उनकी निवेश राशि डायरेक्ट प्लान में ₹51.03 लाख और रेगुलर प्लान में ₹48.04 लाख हो चुकी होती। यह प्रदर्शन 19.84% और 18.93% के वार्षिक रिटर्न के आधार पर मापा गया है।
कंपाउंडिंग का फायदा
ऐसे निवेश की सफलता का मूल मंत्र यह है कि आप मार्केट के उतार-चढ़ाव से घबराए बिना लगातार निवेश करते रहें। SIP की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह समय के साथ कंपाउंडिंग का लाभ देती है और मार्केट की गिरावट के समय कम दामों पर यूनिट्स खरीदने का मौका देती है।
निवेश में सालाना बढ़ोतरी का असर
सिर्फ इतना ही नहीं, SIP में अगर आप साल दर साल अपनी निवेश राशि को 10% तक बढ़ाते हैं (जिसे स्टेप-अप SIP कहा जाता है), तो लंबी अवधि में इसका असर और भी जबरदस्त होता है। उदाहरण के तौर पर, अगर आप ₹10,000 से SIP शुरू करते हैं और हर साल इसे 10% बढ़ाते हैं, तो 20 साल बाद आपका निवेश ₹1.35 करोड़ तक पहुंच सकता है, अगर औसतन 12% सालाना रिटर्न मिले।
15x15x15 SIP रूल
इसके अलावा SIP में निवेश करने का एक लोकप्रिय तरीका है “15x15x15 रूल”, जिसके अनुसार अगर कोई व्यक्ति ₹15,000 प्रति माह निवेश करता है, और 15 वर्षों तक 15% वार्षिक रिटर्न मिलता है, तो वह ₹1 करोड़ से भी अधिक का फंड बना सकता है। यहां तक कि अगर रिटर्न 12% ही रहे, तो भी यह लक्ष्य 17 साल में हासिल हो सकता है।
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युवाओं के लिए SIP
युवाओं और नौकरीपेशा लोगों के लिए SIP एक आसान और सुरक्षित तरीका है, जिससे वह भविष्य की बड़ी ज़रूरतों जैसे कि रिटायरमेंट प्लानिंग, बच्चों की शिक्षा, घर की खरीद या विदेश यात्रा के लिए बड़ा फंड तैयार कर सकते हैं। SIP में निवेश करने के लिए किसी बड़े एकमुश्त पैसे की ज़रूरत नहीं होती, और यह हर महीने आपके खाते से अपने आप कट जाता है, जिससे यह एक आदत की तरह काम करता है।
लंबे समय तक SIP में बने रहना है जरूरी
SIP के फायदे तभी मिलते हैं जब निवेश को लंबे समय तक रोके रखा जाए। छोटे समय में म्यूचुअल फंड रिटर्न में उतार-चढ़ाव आ सकता है, लेकिन लंबी अवधि में यह निवेशकों को बाजार से बेहतर रिटर्न दे सकता है। इसीलिए वित्तीय सलाहकार हमेशा यही कहते हैं कि SIP को कम से कम 5-10 वर्षों तक जारी रखें।
SIP शुरू करने से पहले क्या सोचना चाहिए
नए निवेशकों को यह सलाह दी जाती है कि वे SIP शुरू करने से पहले अपने लक्ष्य, जोखिम उठाने की क्षमता और समय सीमा को समझें और फिर उस हिसाब से म्यूचुअल फंड चुनें। इसके लिए आप ऑनलाइन SIP कैलकुलेटर जैसे टूल्स का इस्तेमाल कर सकते हैं, जो यह बताते हैं कि आपकी मौजूदा SIP भविष्य में कितना फंड बना सकती है।
फाइनेंशियल डिसिप्लिन बनाती है SIP
SIP का सबसे बड़ा लाभ यह है कि यह निवेश को आदत बना देता है। जैसे लोग हर महीने बिजली, मोबाइल और नेटफ्लिक्स के बिल का भुगतान करते हैं, उसी तरह SIP भी एक तरह का फाइनेंशियल डिसिप्लिन लाता है, जिससे आप अनजाने में ही बड़ा निवेश कर लेते हैं। इसमें जोखिम जरूर होता है लेकिन सही योजना और लंबे समय तक बने रहने पर यह जोखिम नियंत्रित हो जाता है।
SIP से करोड़पति बनना
SIP एक ऐसा साधन है जो हर आम आदमी को करोड़पति बनने का मौका देता है, बिना किसी लॉटरी या विरासत के। ₹10,000 की SIP और समय का संयोजन एक मजबूत वित्तीय भविष्य की ओर पहला कदम हो सकता है।
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