कार में पेट्रोल टैंक हमेशा लेफ्ट साइड में ही क्यों होता है? वजह जानकर हो जाएंगे हैरान!

हर बार जब आप पेट्रोल पंप जाते हैं, एक चीज़ शायद नोटिस नहीं की—अधिकतर कारों का फ्यूल कैप बाईं तरफ ही क्यों होता है? इसके पीछे की तकनीकी, सुरक्षा और इंटरनेशनल लॉजिक जानकर आप दंग रह जाएंगे! पूरा सच जानने के लिए आगे पढ़ें

Published On:
कार में पेट्रोल टैंक हमेशा लेफ्ट साइड में ही क्यों होता है? वजह जानकर हो जाएंगे हैरान!
कार में पेट्रोल टैंक हमेशा लेफ्ट साइड में ही क्यों होता है? वजह जानकर हो जाएंगे हैरान!

कार में पेट्रोल टैंक का लोकेशन यानी वह गाड़ी के बाएं (Left) या दाएं (Right) तरफ है, यह सवाल कई बार हमारे मन में आता है। खासतौर पर तब जब हम पेट्रोल पंप पर लाइन में लगते हैं और देखते हैं कि ज़्यादातर कारों का फ्यूल कैप एक ही तरफ यानी बाएं ओर होता है। यह कोई इत्तेफाक नहीं, बल्कि इसके पीछे तकनीकी से लेकर सुरक्षा तक से जुड़ी कई अहम वजहें होती हैं।

आज इस आर्टिकल में हम विस्तार से जानेंगे कि आखिर क्यों कार में पेट्रोल टैंक अधिकतर मामलों में लेफ्ट साइड में ही होता है और इसके पीछे कौन-कौन सी वजहें हैं।

यह भी देखें: पुलिस का सख्त ऐक्शन, किरायेदारों का सत्यापन नहीं करने पर मकान मालिकों का ₹16 लाख का चालान

डिजाइन और सुरक्षा मानकों का संतुलन

कार निर्माताओं द्वारा वाहन के पेट्रोल टैंक (Fuel Tank) की पोजिशनिंग के समय सबसे पहले सुरक्षा और संतुलन का ध्यान रखा जाता है। जब टैंक को लेफ्ट साइड में रखा जाता है, तो यह सड़कों पर ड्राइविंग के समय कार के सेंटर ऑफ ग्रैविटी (Center of Gravity) को ज्यादा स्थिर बनाता है। इससे गाड़ी के टकराने या तेज मोड़ पर नियंत्रण खोने की संभावना कम हो जाती है।

इसके अलावा, लेफ्ट साइड में टैंक होने से यह टक्कर की स्थिति में अपेक्षाकृत सुरक्षित स्थान पर होता है। वाहन निर्माता अक्सर यह सुनिश्चित करते हैं कि फ्यूल टैंक सीधे टक्कर की रेखा में न आए ताकि दुर्घटना की स्थिति में विस्फोट या आग लगने का खतरा कम हो।

इंटरनेशनल ड्राइविंग स्टैंडर्ड्स का असर

हर देश में ड्राइविंग साइड अलग-अलग होती है। जैसे भारत, जापान और ब्रिटेन में लेफ्ट हैंड ड्राइविंग होती है, जबकि अमेरिका और यूरोप के कई देशों में राइट हैंड ड्राइविंग होती है। ऐसे में वाहन निर्माता कंपनियां अपनी गाड़ियों को वैश्विक बाजार के हिसाब से डिजाइन करती हैं।

यह भी देखें: पर्सनल लोन नहीं चुकाया तो क्या हो सकती है जेल? क्या हैं इसके कानून

लेकिन अधिकतर देशों में रोड के दाएं लेन में ड्राइव किया जाता है, जिससे पेट्रोल पंप की लाइन में गाड़ी को बाएं तरफ से फ्यूलिंग करना ज्यादा सुविधाजनक और सुरक्षित होता है। यही कारण है कि पेट्रोल टैंक अधिकतर गाड़ियों में लेफ्ट साइड में रखा जाता है।

पैसेंजर एक्सेस और सुरक्षा प्राथमिकता

जब किसी कार का पेट्रोल टैंक लेफ्ट साइड में होता है, तो ड्राइवर को पेट्रोल पंप पर उतरते समय रोड ट्रैफिक की तरफ से नहीं, बल्कि फुटपाथ या सुरक्षित हिस्से की तरफ से बाहर आना पड़ता है। इससे पैसेंजर और ड्राइवर दोनों की सुरक्षा बढ़ती है।

इसके अलावा, बाएं ओर फ्यूल टैंक होने से फ्यूल पाइप को कार के इंजन से दूर रखा जा सकता है, जिससे गर्मी और स्पार्क्स से आग लगने की संभावना को कम किया जा सकता है।

प्रोडक्शन और यूनिफॉर्मिटी की सुविधा

ऑटोमोबाइल कंपनियां कई बार एक ही कार का मॉडल अलग-अलग देशों में बेचती हैं, जिनकी ड्राइविंग साइड अलग होती है। लेकिन फ्यूल टैंक की यूनिफॉर्म पोजिशनिंग (Left Side) रखने से कंपनियों के लिए उत्पादन प्रक्रिया को सरल बनाया जा सकता है। इससे उत्पादन लागत (Production Cost) में भी कमी आती है।

यह भी देखें: इस स्कूल में एडमिशन का मतलब – सेना में अफसर बनना लगभग तय! जानिए कैसे मिलता है मौका Indian Army School में

यदि हर देश के लिए फ्यूल टैंक की दिशा बदलनी पड़ी, तो इससे ना केवल डिजाइन कॉम्प्लेक्सिटी बढ़ेगी, बल्कि लॉजिस्टिक और मेंटेनेंस भी महंगे हो जाएंगे।

ट्रैफिक और पेट्रोल पंप की लाइनिंग का प्रबंधन

आपने देखा होगा कि पेट्रोल पंप पर गाड़ियाँ लाइन में खड़ी रहती हैं। अगर हर कार का फ्यूल कैप अलग-अलग साइड में होगा, तो वहां अफरा-तफरी की स्थिति बन सकती है। लेकिन जब अधिकतर गाड़ियों का फ्यूल टैंक लेफ्ट साइड में होता है, तो लाइनें क्रमबद्ध तरीके से लगती हैं और टक्कर या दुर्घटना की संभावना घटती है।

पेट्रोल टैंक का लोकेशन कैसे तय होता है?

फ्यूल टैंक की पोजिशनिंग एक बेहद सोच-समझकर लिया गया निर्णय होता है। इसके लिए कई इंजीनियरिंग मानक अपनाए जाते हैं, जिनमें कार की संरचना, व्हीलबेस, एग्जॉस्ट सिस्टम की दिशा, बैलेंसिंग फैक्टर, और सेफ्टी रेटिंग जैसी बातों का गहरा अध्ययन किया जाता है।

यह भी देखें: किसानों के लिए बड़ी खबर! अब शुगर मिल से सीधा बैंक अकाउंट में आएगा गन्ने का भुगतान

कार कंपनियां जैसे टोयोटा (Toyota), ह्यूंडई (Hyundai), मारुति सुज़ुकी (Maruti Suzuki) और फोर्ड (Ford) आदि भी अपने इंटरनेशनल डिजाइन सेंटर्स में इन सभी बातों का ध्यान रखती हैं।

क्या सभी कारों में पेट्रोल टैंक लेफ्ट साइड में होता है?

हालांकि यह जरूरी नहीं कि हर कार में पेट्रोल टैंक बाएं तरफ ही हो, लेकिन आंकड़ों के अनुसार 60 से 70 प्रतिशत गाड़ियों में यह लेफ्ट साइड में ही पाया जाता है। कुछ कारें, खासकर अमेरिकन ब्रांड्स की, राइट साइड फ्यूल कैप के साथ आती हैं, जो उनकी ड्राइविंग साइड और इन्फ्रास्ट्रक्चर के हिसाब से तय किया गया होता है।

फ्यूल टैंक की स्थिति और पर्यावरणीय मानक

आज के समय में जब रिन्यूएबल एनर्जी (Renewable Energy) और इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EVs) का चलन बढ़ रहा है, वहां फ्यूल टैंक की आवश्यकता धीरे-धीरे कम होती जा रही है। फिर भी मौजूदा पेट्रोल-डीज़ल गाड़ियों के लिए इसका स्थान तय करना बेहद जरूरी है ताकि यह पर्यावरण और सुरक्षा दोनों के मानकों पर खरा उतर सके।

Follow Us On

Leave a Comment