नई दिल्ली | हेल्थ डेस्क: आज के समय में दांतों में कीड़ा लगना यानी कैविटी होना बेहद आम समस्या बन चुकी है। यह केवल बड़ों में ही नहीं, बल्कि छोटे बच्चों में भी तेजी से फैल रही है। विशेषज्ञों के मुताबिक, गलत खानपान, अत्यधिक मीठा सेवन, और दांतों की ठीक से सफाई न करने के कारण यह समस्या बढ़ रही है।

दांत में कीड़ा लगने के बाद व्यक्ति को तेज दर्द, ठंडा-गर्म लगना और यहां तक कि सूजन की भी समस्या हो सकती है। कई मामलों में इलाज इतना महंगा हो जाता है कि लोग इसे टालने लगते हैं, जिससे स्थिति और बिगड़ जाती है। लेकिन यदि शुरुआती चरण में इसका पता लग जाए, तो कुछ आसान और घरेलू उपायों की मदद से राहत मिल सकती है।
जनरल फिजीशियन डॉ. राजेश मुंडेजा (अनुभव 25 वर्षों से अधिक) के अनुसार, कुछ घरेलू नुस्खे ऐसे हैं जिनमें एंटी-बैक्टीरियल और दर्द निवारक गुण होते हैं। ये उपाय न केवल कीटाणुओं को खत्म करने में मदद करते हैं, बल्कि दांतों के दर्द और संक्रमण को भी नियंत्रित कर सकते हैं।
फिटकरी और सेंधा नमक: पुराने जमाने का असरदार नुस्खा
फिटकरी में मौजूद प्राकृतिक एंटीसेप्टिक गुण संक्रमण और बैक्टीरिया से लड़ने में मददगार माने जाते हैं। जब इसे सेंधा नमक के साथ मिलाकर इस्तेमाल किया जाता है, तो यह एक प्रभावी मिश्रण बनाता है जो दांतों की गहराई तक जाकर कीड़े को मारने में मदद करता है।

इस नुस्खे को अपनाने के लिए सबसे पहले फिटकरी को बारीक पीसकर पाउडर बना लें। फिर इसमें थोड़ा सा सेंधा नमक मिलाएं और इस मिश्रण को ब्रश पर लगाकर उस दांत पर रगड़ें जहां समस्या है। दिन में कम से कम एक बार इस प्रक्रिया को अपनाने से राहत मिल सकती है। यह उपाय न केवल कीड़े को खत्म करता है, बल्कि सांस की दुर्गंध को भी दूर करता है।
सरसों का तेल, हल्दी और नमक: घरेलू एंटीसेप्टिक पैक
दांत के कीड़े से राहत पाने के लिए एक और प्रसिद्ध उपाय है सरसों के तेल में हल्दी और नमक मिलाकर पेस्ट बनाना। सरसों का तेल अपने एंटी-बैक्टीरियल और दर्दनिवारक गुणों के लिए जाना जाता है, जबकि हल्दी में प्राकृतिक एंटीसेप्टिक और सूजन कम करने वाले तत्व होते हैं। नमक इन दोनों को सक्रिय रूप से सपोर्ट करता है।

इस पेस्ट को तैयार करने के बाद ब्रश या उंगली की मदद से प्रभावित दांत पर रगड़ें। दिन में दो बार ऐसा करने से धीरे-धीरे कीड़े का असर कम होने लगता है और दांत का दर्द भी शांत हो जाता है। यह उपाय खासकर उन लोगों के लिए उपयोगी है जो दांतों के डॉक्टर से इलाज कराने में असमर्थ हैं।
हींग से कुल्ला: तेज दर्द और संक्रमण दोनों का इलाज
हींग को आयुर्वेद में अत्यंत प्रभावशाली प्राकृतिक औषधि माना गया है। इसके उपयोग से दांतों में होने वाले तीव्र दर्द और बैक्टीरियल संक्रमण को नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आपके दांत में कीड़ा लग चुका है और दर्द असहनीय हो रहा है, तो हींग का यह उपाय बेहद लाभकारी हो सकता है।

थोड़ी सी हींग पाउडर को एक गिलास पानी में उबाल लें। जब यह गुनगुना हो जाए, तो दिन में दो से तीन बार इससे कुल्ला करें। इस प्रक्रिया को लगातार कुछ दिनों तक करने से संक्रमण कम हो सकता है और कीड़ा भी धीरे-धीरे खत्म होने लगता है।
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लौंग का तेल: दांत दर्द और कीड़ा दोनों के लिए कारगर
लौंग का तेल दांत दर्द में तुरंत राहत देने के लिए जाना जाता है, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि यह कीड़ा लगे दांत में भी प्रभावी हो सकता है। इसमें मौजूद यूजेनॉल (Eugenol) नामक तत्व एक शक्तिशाली दर्दनिवारक और कीटाणुनाशक होता है।

जिस दांत में कीड़ा लगा हो, वहां कॉटन की मदद से लौंग का तेल लगाएं और कुछ समय तक छोड़ दें। यह न केवल कीड़ा मारने में मदद करेगा, बल्कि आसपास की सूजन और जलन को भी कम करेगा। यह उपाय विशेष रूप से रात के समय दर्द होने पर तुरंत राहत पहुंचाता है।
विशेषज्ञों की सलाह
इन उपायों को आजमाने से पहले यह समझना जरूरी है कि ये केवल प्रारंभिक स्तर की समस्या के लिए प्रभावी हो सकते हैं। यदि दर्द तेज है, या कीड़ा दांत की जड़ तक पहुंच गया है, तो तुरंत डेंटिस्ट से संपर्क करना चाहिए। घरेलू उपाय कोई स्थायी समाधान नहीं हैं, लेकिन सही समय पर इस्तेमाल किए जाएं तो यह स्थिति को बिगड़ने से जरूर रोक सकते हैं।