
राधा स्वामी सत्संग डेरा ब्यास, जो कि आध्यात्मिक श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण आयोजन होता है, इस बार अप्रत्याशित रूप से रद्द (Cancelled) कर दिया गया है। यह आयोजन 9 से 11 मई 2025 तक होना था, लेकिन अचानक लिए गए इस निर्णय ने लाखों श्रद्धालुओं को हैरान कर दिया है। संगत को अपील की गई है कि वे यात्रा से बचें और संयम बनाए रखें।
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनावपूर्ण हालात के चलते यह फैसला लिया गया है। सुरक्षा एजेंसियों की सिफारिश के बाद डेरा प्रशासन ने यह निर्णय लिया, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
यह भी देखें: Cooler और पंखा एक साथ चलाकर सोते हैं? तो ये साइड इफेक्ट्स जानकर आज ही बदल देंगे आदत!
सत्संग रद्द होने के पीछे की बड़ी वजह
डेरा ब्यास का यह दूसरा बड़ा भंडारा-सत्संग कार्यक्रम था, जिसमें देशभर से संगत शामिल होने वाली थी। हजारों सेवादार भी इस आयोजन में सेवा देने के लिए ब्यास पहुंचने की तैयारी में थे। लेकिन हाल ही में भारत-पाक सीमा पर बढ़ते तनाव, सुरक्षा अलर्ट और संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए डेरा प्रमुख ने इसे रद्द करने का ऐलान किया।
हालांकि इस निर्णय के पीछे केवल सुरक्षा कारण नहीं हैं, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना था कि संगत की यात्रा सुरक्षित और निर्बाध हो। यदि आयोजन जारी रहता, तो लाखों की भीड़ और अप्रत्याशित परिस्थिति से निपटना मुश्किल हो सकता था।
संगत के लिए जारी की गई विशेष अपील
डेरा की ओर से संगत के लिए साफ-साफ अपील की गई है कि वे ब्यास की ओर यात्रा न करें, और जहां हैं वहीं रुकें। खासकर सेवादारों को भी निर्देशित किया गया है कि वे तुरंत अपने-अपने स्थानों पर ठहर जाएं और यात्रा न करें।
डेरा ब्यास ने संगत से आग्रह किया है कि वे धैर्य और संयम बनाए रखें, क्योंकि यह फैसला सभी की सुरक्षा और भलाई को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। डेरा के अनुसार, भविष्य में जैसे ही परिस्थिति अनुकूल होगी, नया सत्संग कार्यक्रम घोषित कर दिया जाएगा।
यह भी देखें: Chanakya Niti for Life: अगर आपकी जिंदगी में हैं ये 3 आदतें, तो समझिए बर्बादी तय है
स्थानीय प्रशासन और डेरा की तैयारी
सूत्रों के मुताबिक, पहले से ही पंजाब पुलिस और प्रशासन ने डेरा के साथ मिलकर सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण की योजनाएं बना ली थीं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय हालात के चलते अचानक उत्पन्न हुए खतरे के कारण सुरक्षा एजेंसियों ने सत्संग को टालने की सिफारिश की।
डेरा प्रमुख और प्रबंधन ने इस सुझाव को गंभीरता से लिया और समय रहते संगत को सूचित किया गया, ताकि कोई भ्रम या अफवाह न फैले।
ऑनलाइन सत्संग या विकल्प पर विचार
फिलहाल डेरा की ओर से यह जानकारी नहीं दी गई है कि इस सत्संग की ऑनलाइन व्यवस्था की जाएगी या नहीं। हालांकि, बीते वर्षों में महामारी के दौरान डेरा ब्यास ने डिजिटल माध्यम से सत्संग प्रसारण किया था, जिससे संगत को आध्यात्मिक लाभ मिल सके। संगत को सलाह दी गई है कि वे डेरा की अधिकारिक वेबसाइट और यूट्यूब चैनल पर अपडेट देखते रहें।
यह भी देखें: Land Buying Scam: ज़मीन खरीदने जा रहे हैं? ये 4 गलती कर दी तो जिंदगीभर पछताएंगे, ठग हर जगह हैं!
आस्था और संयम की परीक्षा
ऐसे निर्णयों से संगत में दुख तो होता है, लेकिन डेरा ब्यास का संदेश हमेशा से यही रहा है कि गुरु की इच्छा में ही भलाई है। जब परिस्थिति बेहतर होगी, तब अवश्य ही सत्संग पुनः आयोजित किए जाएंगे। फिलहाल संगत को संयम रखते हुए आध्यात्मिक साधना में मन लगाना चाहिए।