
Samuh Yojana को लेकर अक्सर यह धारणा होती है कि यह योजना केवल बड़ी संख्या में महिलाओं के समूह के लिए है, लेकिन अब केंद्र सरकार की इस योजना में बड़ा बदलाव किया गया है। अब एक ही घर की महिलाएं मिलकर भी Self Help Group यानी SHG बना सकती हैं और 20 लाख रुपये तक का लाभ उठा सकती हैं। यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उन्हें वित्तीय रूप से सशक्त करने के उद्देश्य से चलाई जा रही है।
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क्या है Samuh Yojana और कैसे करती है काम?
Samuh Yojana या स्वयं सहायता समूह (SHG) योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण पहल है जिसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करना है। इस योजना के तहत महिलाएं एक समूह बनाकर छोटे-मोटे व्यवसाय या स्वरोजगार की शुरुआत कर सकती हैं। पहले इस योजना के लिए विभिन्न घरों की महिलाओं का समूह होना जरूरी था, लेकिन अब नए नियमों के तहत एक ही घर की महिलाएं भी मिलकर समूह बना सकती हैं।
इस बदलाव से उन परिवारों को फायदा मिलेगा जहां कई महिलाएं हैं, लेकिन अलग-अलग समूह में जुड़ने की सुविधा नहीं है। अब वे मिलकर स्वयं सहायता समूह बना सकती हैं और सरकार की ओर से मिलने वाले लोन, सब्सिडी और ट्रेनिंग जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकती हैं।
एक समूह में कितनी महिलाएं होनी चाहिए?
सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, SHG में कम से कम 5 और अधिकतम 20 महिलाएं हो सकती हैं। यदि यह समूह ग्रामीण क्षेत्र से है तो इसमें अधिकतम 20 सदस्य और यदि शहरी क्षेत्र का है तो 15 सदस्य भी हो सकते हैं। अब एक ही परिवार की महिलाएं भी इस संख्या में शामिल होकर समूह बना सकती हैं।
कितना लोन मिल सकता है?
सरकार ने SHG को वित्तीय सहायता देने के लिए बड़ी राशि तय की है। प्रत्येक समूह को 20 लाख रुपये तक का लोन बिना गारंटी (Collateral Free Loan) दिया जा सकता है। शुरुआत में समूह को 10 लाख रुपये तक का लोन मिलता है, जिसे बाद में बढ़ाकर 20 लाख रुपये तक किया जा सकता है। यह लोन महिला सदस्यों द्वारा चलाए जा रहे छोटे व्यवसायों के लिए होता है, जैसे कि सिलाई, डेयरी, अचार बनाना, अगरबत्ती, ब्यूटी पार्लर आदि।
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ब्याज में छूट और अन्य फायदे
Samuh Yojana के तहत मिलने वाले लोन पर सरकार ब्याज में छूट भी देती है। यदि समूह समय पर किस्त चुकाता है तो उन्हें ब्याज में सब्सिडी मिलती है। कई राज्यों में तो महिलाओं को यह लोन शून्य ब्याज दर पर भी मिल रहा है। इसके अलावा, सरकार द्वारा प्रशिक्षण (Skill Training) भी दी जाती है जिससे महिलाएं अपने व्यवसाय को बेहतर तरीके से चला सकें।
कैसे करें Samuh Yojana के तहत आवेदन?
Samuh Yojana का लाभ उठाने के लिए इच्छुक महिलाएं अपने जिले की राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) या राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (SRLM) से संपर्क कर सकती हैं। आवेदन की प्रक्रिया में निम्नलिखित चरण होते हैं:
- समूह बनाना और उसका पंजीकरण कराना
- बैंक खाता खोलना
- मासिक मीटिंग और बचत शुरू करना
- संबंधित विभाग में आवेदन जमा करना
- लोन स्वीकृति के बाद व्यवसाय शुरू करना
आत्मनिर्भर भारत की ओर एक मजबूत कदम
Samuh Yojana का मकसद सिर्फ आर्थिक सहायता देना नहीं है, बल्कि महिलाओं को आत्मनिर्भर और समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाना भी है। जब महिलाएं स्वयं अपने व्यवसाय की मालिक बनती हैं, तो न सिर्फ उनकी आर्थिक स्थिति सुधरती है, बल्कि परिवार और समाज में भी उनका प्रभाव बढ़ता है।
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इस योजना के तहत अब तक लाखों महिलाएं जुड़ चुकी हैं और अपने-अपने व्यवसाय शुरू कर चुकी हैं। सरकार का लक्ष्य है कि 2030 तक 10 करोड़ से अधिक महिलाओं को इस योजना से जोड़ा जाए।
महिला उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा
महिलाओं के लिए यह योजना एक बड़ा अवसर है। जो महिलाएं पहले केवल घरेलू कार्यों तक सीमित थीं, वे अब छोटे-छोटे व्यापारों के माध्यम से अपनी पहचान बना रही हैं। इससे न केवल परिवार की आय बढ़ रही है, बल्कि महिलाओं का आत्मविश्वास भी।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगा बल
ग्रामीण क्षेत्रों में SHG के माध्यम से व्यापार और रोजगार को बढ़ावा मिल रहा है। छोटे स्तर पर शुरू किए गए व्यवसाय जैसे कि बकरी पालन, मुर्गी पालन, सिलाई, खाद्य प्रसंस्करण, हस्तशिल्प आदि से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिल रही है। Renewable Energy जैसे क्षेत्रों में भी महिलाएं जुड़ रही हैं।