Sawan 2025: कब से शुरू होगा सावन? पहले सोमवार की तारीख अभी नोट कर लें

सावन 2025 ला रहा है अद्वितीय संयोग — इस बार 37 दिनों तक चलेगा शिवभक्ति का पर्व! जानिए कब से शुरू होगा Sawan, पहला सोमवार किस दिन पड़ेगा और क्यों यह साल खास है अधिकमास के कारण। अगर आप व्रत या काँवड़ यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, तो यह लेख आपके लिए जरूरी है

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Sawan 2025: कब से शुरू होगा सावन? पहले सोमवार की तारीख अभी नोट कर लें
Sawan 2025: कब से शुरू होगा सावन? पहले सोमवार की तारीख अभी नोट कर लें

हिंदू पंचांग के अनुसार सावन-Sawan का महीना भगवान शिव को समर्पित होता है और यह भक्तों के लिए अत्यंत पावन माना जाता है। वर्ष 2025 में भी सावन का महीना विशेष धार्मिक महत्व रखता है, जिसमें श्रद्धालु व्रत, उपवास और पूजा-पाठ के माध्यम से शिव की आराधना करते हैं। अगर आप भी इस बार सावन की तैयारियों में जुटे हैं, तो यह जानना जरूरी है कि Sawan 2025 कब से शुरू हो रहा है और इस बार पहला सोमवार किस तारीख को पड़ेगा।

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कब से शुरू हो रहा है Sawan 2025?

वर्ष 2025 में सावन का महीना 10 जुलाई से आरंभ हो रहा है और 15 अगस्त तक चलेगा। यह संपूर्ण अवधि 37 दिनों की होगी, जो कि सामान्य से कुछ अधिक है। आमतौर पर सावन 30 से 31 दिनों का होता है, लेकिन इस बार अधिकमास (Adhik Maas) होने के कारण सावन की अवधि लंबी हो गई है। अधिकमास को मलमास भी कहा जाता है और इसे शुभ कार्यों के लिए वर्जित माना जाता है, लेकिन धार्मिक साधना और भक्ति के लिए यह विशेष रूप से फलदायी होता है।

पहला सोमवार व्रत कब है? First Sawan Somwar 2025

सावन में सोमवार का विशेष महत्व होता है। इस दिन शिव भक्त व्रत रखते हैं और भगवान शिव को जल, बेलपत्र, दूध, दही, शहद आदि से रुद्राभिषेक कर उनकी कृपा प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। Sawan 2025 में पहला सोमवार व्रत 14 जुलाई को होगा। इसके बाद कुल 5 सोमवार पड़ेंगे, जिन पर व्रत और विशेष पूजन किया जाएगा।

2025 में सावन सोमवार की तिथियां

इस बार सावन में कुल 5 सोमवार होंगे, जो इस प्रकार हैं:

  • पहला सोमवार – 14 जुलाई 2025
  • दूसरा सोमवार – 21 जुलाई 2025
  • तीसरा सोमवार – 28 जुलाई 2025
  • चौथा सोमवार – 4 अगस्त 2025
  • पांचवां सोमवार – 11 अगस्त 2025

हर सोमवार को भक्त विशेष रूप से शिव मंदिरों में जाकर दर्शन करते हैं और व्रत का पालन करते हैं। कई जगहों पर काँवड़ यात्रा का आयोजन भी होता है, जिसमें भक्त गंगा जल लाकर शिवलिंग का अभिषेक करते हैं।

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अधिकमास के कारण सावन 2025 क्यों है खास?

अधिकमास हर तीन साल में एक बार आता है और इस दौरान कोई भी मांगलिक कार्य जैसे शादी, गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते। लेकिन सावन के दौरान अधिकमास होने से इस माह का धार्मिक महत्व और भी बढ़ जाता है। भक्तों को अधिक समय तक शिव भक्ति का अवसर प्राप्त होता है। यह योग साधना, ध्यान और आत्मिक शुद्धि के लिए अत्यंत अनुकूल समय माना गया है।

शिव भक्ति और रिन्यूएबल एनर्जी-Renewable Energy की समानता

धार्मिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो शिव को संहारक के साथ-साथ सृजनकर्ता भी माना गया है। जिस प्रकार रिन्यूएबल एनर्जी निरंतर प्रकृति से प्राप्त होती है और हमें ऊर्जा प्रदान करती है, उसी प्रकार शिव भक्ति भी व्यक्ति को आंतरिक ऊर्जा और शक्ति प्रदान करती है। सावन का महीना इस आंतरिक ऊर्जा को जाग्रत करने का अवसर है।

सावन व्रत के दौरान क्या करें और क्या न करें

सावन व्रत के दौरान संयमित जीवनशैली अपनाना अत्यंत आवश्यक है। मांसाहार, मद्यपान और बुरे विचारों से दूर रहकर शिव की आराधना करनी चाहिए। इस दौरान व्रत रखने वाले केवल फलाहार या एक समय भोजन करते हैं। जल, दूध, घी, शहद, और गंगाजल से शिवलिंग का अभिषेक करना विशेष पुण्यदायी माना गया है।

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मंदिरों में सावन की तैयारियां जोरों पर

सावन के आगमन से पहले ही देशभर के शिव मंदिरों में तैयारियां शुरू हो जाती हैं। काशी विश्वनाथ, केदारनाथ, महाकालेश्वर, सोमनाथ जैसे प्रमुख शिवालयों में विशेष पूजा-अर्चना और भव्य आयोजन किए जाते हैं। काँवड़ यात्रा के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए जाते हैं, ताकि भक्तों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

सावन में निवेश और आईपीओ-IPO

धार्मिक दृष्टिकोण के साथ ही यह महीना आर्थिक गतिविधियों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण हो सकता है। कई निवेशक सावन को शुभ मानकर इस दौरान नए निवेश की शुरुआत करते हैं। सावन 2025 के दौरान शेयर बाजार में कुछ बड़े आईपीओ-IPO लॉन्च हो सकते हैं, जिनकी तैयारी पहले से ही चल रही होती है। हालांकि अधिकमास के कारण कुछ कंपनियाँ अपनी योजनाओं को आगे भी बढ़ा सकती हैं।

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