
भारत में ट्रैफिक नियम (Traffic Rules) सड़कों पर सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए बनाए गए हैं। लेकिन कई बार छोटी-छोटी लापरवाहियाँ न केवल आपकी जान के लिए खतरा बन सकती हैं, बल्कि चालान का कारण भी बन सकती हैं। ऐसा ही एक नियम है बाइक चलाते समय चप्पल या सैंडल पहनने पर चालान (Fine)। अगर आप भी बाइक पर चप्पल पहनकर सड़क पर निकलते हैं तो आपको भारी जुर्माना देना पड़ सकता है। आइए समझते हैं कि यह नियम क्यों जरूरी है और इससे जुड़े क्या प्रावधान हैं।
चप्पल पहनकर बाइक चलाना क्यों है खतरनाक?
चप्पल, सैंडल या खुले जूते पहनकर बाइक चलाना न केवल अव्यवस्थित ड्राइविंग का संकेत है, बल्कि यह बेहद खतरनाक भी है। दरअसल, चप्पल पहनने से आपके पैर सही ढंग से पैडल और गियर को नियंत्रित नहीं कर पाते हैं, जिससे इमरजेंसी ब्रेक लगाने में दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा, किसी दुर्घटना की स्थिति में आपके पैर अधिक चोटिल होने की संभावना रहती है, क्योंकि यह उचित सुरक्षा नहीं प्रदान करता।
क्या कहता है मोटर वाहन अधिनियम?
मोटर वाहन अधिनियम, 1988 (Motor Vehicles Act, 1988) के तहत, ड्राइवर की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाती है। इस अधिनियम के अनुसार, कोई भी वाहन चालक जो उचित सुरक्षा उपकरणों का उपयोग नहीं करता, उसे जुर्माने का सामना करना पड़ सकता है। बाइक चलाते समय चप्पल या सैंडल पहनना इसी श्रेणी में आता है, क्योंकि यह चालक की सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।
चालान का कितना है जुर्माना?
नए ट्रैफिक नियमों के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति बाइक पर चप्पल, सैंडल या खुले जूते पहनकर पकड़ा जाता है तो उसे 1,000 रुपये तक का जुर्माना (Fine) भरना पड़ सकता है। यह जुर्माना राज्य और परिस्थिति के अनुसार बदल सकता है, लेकिन आमतौर पर यह जुर्माना भारी होता है।
कैसे बचें इस चालान से?
- बाइक चलाते समय हमेशा बंद जूते (Closed Shoes) पहनें।
- अपने साथ एक अतिरिक्त जोड़ी जूते रखें, खासकर अगर आपको ऑफिस या कहीं और चप्पल पहनकर जाना हो।
- हेलमेट, दस्ताने और अन्य सुरक्षात्मक उपकरणों का उपयोग करें।
- ट्रैफिक नियमों का पालन करना न भूलें।
फायदे – बंद जूते पहनने के
- बेहतर ग्रिप और कंट्रोल
- दुर्घटना में कम चोट का खतरा
- सुरक्षा और स्थिरता में वृद्धि