
Gold vs PPF vs FD vs Share की रेस में कौन सा निवेश विकल्प असली चैंपियन रहा है? पिछले 30 साल के आंकड़े इस सवाल का जवाब देते हैं। निवेशकों के लिए सही दिशा तय करना हमेशा से बड़ा सवाल रहा है, खासकर जब विकल्पों में गोल्ड (Gold), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF), फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और शेयर मार्केट (Share Market) शामिल हों। ऐसे में, 30 साल के रिटर्न का विश्लेषण हमें इस बात की जानकारी देता है कि कहां निवेश करने पर सबसे ज्यादा फायदा हुआ।
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गोल्ड (Gold) का प्रदर्शन
गोल्ड यानी सोना लंबे समय से निवेशकों का भरोसेमंद विकल्प रहा है। साल 1991 में सोने की कीमत करीब 3,200 रुपये प्रति 10 ग्राम थी, जो 2021 तक बढ़कर लगभग 48,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। इस दौरान गोल्ड ने सालाना औसतन 9% से ज्यादा का रिटर्न दिया। गोल्ड को महंगाई के खिलाफ हेज और सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, लेकिन इसके रिटर्न शेयर मार्केट की तुलना में कुछ धीमे रहे हैं।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) का रिटर्न
PPF एक सरकारी योजना है जो निवेशकों को टैक्स में छूट और सुनिश्चित रिटर्न देती है। पिछले 30 साल में PPF ने औसतन 7-8% सालाना रिटर्न दिया है। हालांकि इसमें निवेश सुरक्षित रहता है और यह लॉन्ग टर्म के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है, लेकिन रिटर्न के लिहाज से यह गोल्ड और शेयर मार्केट से पीछे रहा है।
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फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) की स्थिति
FD पारंपरिक निवेश विकल्पों में से एक है, जहां निश्चित ब्याज दर पर पैसे जमा किए जाते हैं। 30 सालों में FD का औसत रिटर्न करीब 6-7% सालाना रहा है। हालांकि यह सुरक्षित विकल्प है, लेकिन इसमें महंगाई दर के हिसाब से वास्तविक रिटर्न कम रहा है। इसके अलावा, FD पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है, जिससे इसका प्रभावी रिटर्न और घट जाता है।
शेयर मार्केट (Share Market) की चमक
शेयर मार्केट ने पिछले 30 सालों में निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिए हैं। सेंसेक्स (Sensex) 1991 में करीब 1,000 अंकों पर था, जो 2021 तक बढ़कर 50,000 अंकों के पार पहुंच गया। इस दौरान औसत सालाना रिटर्न 12-15% के बीच रहा। शेयर मार्केट में निवेश से लंबी अवधि में सबसे ज्यादा फायदा हुआ है, लेकिन इसमें जोखिम भी ज्यादा होता है। आईपीओ (IPO), म्यूचुअल फंड और डायरेक्ट स्टॉक्स ने इस रिटर्न को और बढ़ाया है।
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निष्कर्ष: कौन बना असली चैंपियन?
30 साल के डेटा को देखने पर साफ है कि शेयर मार्केट ने सबसे ज्यादा रिटर्न दिए हैं। Gold ने स्थिर लेकिन थोड़ा कम रिटर्न दिया, जबकि PPF और FD जैसे सुरक्षित विकल्पों ने अपेक्षाकृत कम लेकिन स्थिर रिटर्न दिए हैं। अगर निवेशक जोखिम उठाने को तैयार हों और लंबी अवधि की सोच रखते हों तो शेयर मार्केट सही विकल्प साबित हो सकता है। वहीं, कम जोखिम चाहने वालों के लिए PPF और FD बेहतर माने जा सकते हैं। गोल्ड को पोर्टफोलियो में शामिल कर महंगाई से बचाव किया जा सकता है।
निवेश का फॉर्मूला: जोखिम, अवधि और उद्देश्य
किसी भी निवेश विकल्प का चुनाव तीन बातों पर निर्भर करता है: जोखिम सहने की क्षमता, निवेश की अवधि और उद्देश्य। अगर आपका लक्ष्य लॉन्ग टर्म में बड़ा रिटर्न है और आप जोखिम उठा सकते हैं तो शेयर मार्केट (Share Market) सबसे अच्छा विकल्प है। सुरक्षित और स्थिर रिटर्न के लिए PPF और FD पर ध्यान दिया जा सकता है। गोल्ड को पोर्टफोलियो में शामिल करना विविधता (Diversification) और सुरक्षित निवेश की दृष्टि से सही रहेगा।