
Marriage Ban News के तहत हाल ही में विभिन्न राज्यों में प्रशासन द्वारा शादी समारोहों के आयोजन को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। खासतौर से रात में आयोजित होने वाली शादियों को लेकर कई क्षेत्रों में प्रतिबंध लगाए गए हैं, जिससे शादी की तैयारियों में लगे परिवारों में हड़कंप मच गया है बता दें पाकिस्तान की और से भारत पर हमले की नापाक कोशिश आए दिन देखी जा रही है। ऐसे में इन नए नियमों का मकसद सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना, आपातकालीन सेवाओं में बाधा रोकना और क्षेत्रीय हालात को नियंत्रित करना है।
भारत-पाकिस्तान के बीच बिगड़ते हालात को देखते हुए भारत के कई राज्यों के अलर्ट जारी किया जा चुका है, जिसमे कई स्कूल-कॉलेजों को बंद करने, सरकारी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द करने और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए रात में शादी पर रोक लगाने जैसे कई महत्त्वपूर्ण फैसले भी लिए गए हैं। ऐसे में किन राज्यों में इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है और स्थानीय प्रशासन का इसपर क्या पक्ष है, चलिए जानते हैं इसकी पूरी जानकारी।
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ग्रेटर नोएडा में रात की शादी और आतिशबाज़ी पर रोक
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में Marriage Ban News ने सबसे ज़्यादा असर डाला है। प्रशासन ने यहां रात के समय शादी समारोहों में आतिशबाज़ी और ड्रोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह निर्णय नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण कार्य और उससे जुड़ी सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए लिया गया है। आदेश के अनुसार, इस क्षेत्र में आगामी सात दिनों तक रात को शादी समारोहों में कोई भी आतिशबाज़ी या ड्रोन उड़ाना पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।
राजस्थान के फलोदी में रात 9 बजे के बाद ब्लैकआउट
Marriage Ban News से प्रभावित एक और बड़ा क्षेत्र राजस्थान का फलोदी है। यहां प्रशासन ने सुरक्षा के मद्देनज़र रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक पूर्ण ब्लैकआउट का आदेश जारी किया है। इस दौरान किसी भी प्रकार की लाइट जलाना, शादी या किसी कार्यक्रम का आयोजन करना प्रतिबंधित रहेगा। इससे विवाह आयोजकों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है क्योंकि आमतौर पर गांव और कस्बों में विवाह रात्रि में ही आयोजित किए जाते हैं।
इंदौर में मैरिज गार्डन में सिर्फ 50 लोगों की अनुमति
मध्यप्रदेश के इंदौर में Marriage Ban News के अनुसार नई गाइडलाइंस जारी की गई हैं, जिनके तहत शादी समारोहों में भीड़ पर रोक लगाने के उद्देश्य से मैरिज गार्डन में केवल 50 मेहमानों को ही अनुमति दी गई है। साथ ही आयोजकों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए, अन्यथा सख्त कार्रवाई की जाएगी। यह निर्णय प्रशासन ने COVID-19 के प्रकोप को दोबारा रोकने के लिए लिया है, ताकि भीड़-भाड़ से संक्रमण न फैले।
प्रभावित परिवारों में चिंता का माहौल
इन Marriage Ban News आदेशों से प्रभावित क्षेत्रों में शादी वाले घरों में निराशा और भ्रम का माहौल है। पहले से बुक किए गए मैरिज हॉल्स, कैटरर्स, डी.जे. और अन्य व्यवस्थाओं पर अचानक लगे इन प्रतिबंधों ने आयोजकों को असमंजस में डाल दिया है। कई परिवार अब दिन में शादी कराने की योजना बना रहे हैं, जबकि कुछ ने तारीखें आगे बढ़ाने की सोची है।
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रात की शादी रोकने के मुख्य कारण
1. सुरक्षा में सेंध की आशंका
रात में होने वाले शादी समारोहों में आतिशबाज़ी, तेज़ लाइट और ड्रोन कैमरे जैसे तत्व शामिल होते हैं, जो संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा के लिहाज़ से खतरा बन सकते हैं। ग्रेटर नोएडा जैसे क्षेत्रों में चल रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण के आसपास इन गतिविधियों से सुरक्षा एजेंसियों को निगरानी में कठिनाई होती है।
2. ड्रोन उड़ानों पर नियंत्रण
Drone कैमरे आजकल हर शादी का हिस्सा बन चुके हैं, लेकिन इनकी उड़ानें नो-फ्लाई ज़ोन में अवैध मानी जाती हैं। रात में ड्रोन की पहचान करना मुश्किल होता है, जिससे किसी भी असामाजिक तत्व द्वारा इसका दुरुपयोग संभव हो सकता है। प्रशासन ने इसे देखते हुए ड्रोन उड़ाने पर भी रोक लगाई है।
3. क्षेत्रीय तनाव और अस्थिरता
कुछ जिलों में हाल ही में अफवाहों, सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे झूठे वीडियो और धार्मिक या सामाजिक तनाव की वजह से प्रशासन सतर्क हो गया है। रात के समय शादी जैसे सार्वजनिक कार्यक्रमों में भीड़ एकत्र होने से इन तनावों के और भड़कने की आशंका होती है।
4. ब्लैकआउट रणनीति के तहत नियंत्रण
राजस्थान के फलोदी जैसे क्षेत्र में पूर्ण ब्लैकआउट लागू किया गया है ताकि हर प्रकार की गतिविधि पर कड़ी नज़र रखी जा सके। लाइट बंद रहने से संदिग्ध गतिविधियों का पता लगाने में आसानी होती है और शांति व्यवस्था बनी रहती है।
5. कोरोना संक्रमण का दोबारा खतरा
इंदौर जैसे शहरों में रात के समय बड़ी संख्या में लोग शादी समारोहों में एकत्र होते हैं, जिससे संक्रमण फैलने का खतरा रहता है। महामारी के पुराने अनुभवों को ध्यान में रखते हुए अब प्रशासन भीड़भाड़ वाले आयोजनों को सीमित करना चाहता है।
स्थानीय प्रशासन का पक्ष
प्रशासन की तरफ से कहा गया है कि यह Marriage Ban News कोई स्थायी प्रतिबंध नहीं है, बल्कि मौजूदा हालात को देखते हुए एक अस्थायी उपाय है। अधिकारियों के अनुसार, यदि हालात सामान्य रहते हैं तो इन प्रतिबंधों को समय से पहले भी हटाया जा सकता है। हालांकि, तब तक सभी नागरिकों से सहयोग की अपेक्षा की जा रही है ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचा जा सके।
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